Poems
चलो मान लिया..!
पता आपको भी है वादा किसने तोड़ा था,
हमसे बेवफाई कर किसी और से रिश्ता जोड़ा था…
कहें थे हम बताइये क्या हमसे अच्छा कोई है..?
जो है तो फिर जाइये खुशहाल, रहे खाली हमारा झोला,
पूरी आजादी के बावजूद भी आप ने झूठ बोला….
हम भी जान गए आपने रुखसत का है ठान लिया…;
कसम वालिदा की खाई आपने, चलो मान लिया…!
(more…)